
Synopsis
वेद – ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद, अथर्ववेद – सबसे प्राचीन और पवित्र हिन्दू धर्मग्रंथ हैं। ये कालातीत ग्रंथ भारतीय धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक भावनाओं को आकार देते आए हैं और इनके प्रभाव भारतीय जीवन के लगभग हर पहलू में दृष्टिगोचर होते हैं। गायत्री मंत्र का जाप और पवित्र प्रतीक ओम्, ज्यामिति का विकास, शून्य का आविष्कार, छंदशास्त्र का विकास, और बहुत कुछ, सीधे वेदों से संबंधित हैं।
इस स्थायी धरोहर के बावजूद, हम में से बहुत कम लोग कभी वेद पढ़ते हैं, या उनके संपर्क में आते हैं। अधिकांश विद्यमान (अक्सर गलत व्याख्यायित) विद्वत्ता पश्चिमी विद्वानों के कारण है। वेद विहंगम: वेदों का सार में, हिन्दू संन्यासी और शिक्षक समर्पण वेदों के इस महान संग्रह की विशालता और तत्काल प्रासंगिकता को उजागर करते हैं। वे चुनिंदा मंत्रों और स्तोत्रों को हमारे ध्यान में लाते हैं और उन्हें स्पष्ट रूप से समझाते हैं। महान सायणाचार्य की वेदों पर की गई टिप्पणी से प्रेरणा लेकर, समर्पण वेदांत आध्यात्मिक विचारधारा को समकालीन दुनिया के साथ संरेखित करते हैं।
सरल और आसानी से समझने वाली भाषा में लिखी गई, वेद विहंगम एक अनमोल संग्रह है और सभी के लिए अवश्य पढ़ने योग्य पुस्तक है।